सतयुग ग्राम शिक्षा केंद्र में निशुल्क सांगीतिक समर कैम्प का समापन

FARIDABAD  ; सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र वसुंधरा द्वारा ग्रामीण बच्चों के लिए ग्राम महावतपुर स्थित सतयुग ग्राम शिक्षा केंद्र में चल रहे निशुल्क सांगीतिक समर कैम्प का समापन समारोह – प्राचार्य दीपेंद्र कान्त ने बताया कि समर कैम्प में हर आयु वर्ग के लोग सम्मिलित रहे, इसमें गायन वादन नृत्य के अतिरिक्त जीवन जीने की शैली से इन बच्चों को अवगत कराया ।
आज प्रात: सभी बच्चों को सतयुग दर्शन वसुंधरा बुलाकर खूब मनोरंजन कराया गया तत्पश्चात सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी द्वारा सभी बच्चों को खूब प्यार मिला व आशीर्वाद स्वरुप इन सभी बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए जो भी कठिनाई आएगी उससे कैसे बचना है, सच्चाई की राह पर चलते हुए जीवन में नेक इंसान बनना है। इस अवसर पर सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र की चेयरपर्सन श्रीमती अनुपमा तलवार ने सभी बच्चों को कहा ये मानव जीवन अनमोल है इसमें हमें आगे बढ़ना है और इसी जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है। सतयुग दर्शन ट्रस्ट ने सम्पूर्ण भारत में २० संगीत कला केंद्रों की स्थापना की जिसमें संगीत के साथ- साथ नेक मानव बनाने के गुण भी सिखाए जाते हैं। अत: ऐसे बच्चे जो किसी कारणवश जन्मांध हैं उन बच्चों को संगीत कला केंद्र से डिप्लोमा कोर्स भी निशुल्क कराए जा रहे हैं जिससे ऐसे बच्चों को सरकारी या अर्ध सरकारी नौकरी में मदद मिल सके।
प्रिंसिपल दीपेन्द्र कांत ने कहा कि संगीत कला केंद्र प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद जो कि सन 1926 से संगीत शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत देश की सबसे प्राचीन शिक्षण संस्था है, से मान्यता प्राप्त है । सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र में प्रयाग संगीत समिति के प्रवेशिका से लेकर संगीत प्रभाकर कोर्स के लिए शिक्षण संस्था का समुचित प्रबंध है। यहां संगीत की तीनों विधाओं अर्थात गायन ,वादन व नृत्य में शिक्षा प्रदान की जाती है । शिक्षण के लिए प्रशिक्षित अध्यापक हैं।
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों केशव शुक्ला, संजय बिड़लान एवं भरतनाट्यम शिक्षक कुमुद सिंह ने अपनी कलाओं का प्रदर्शन किया व बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उनको गायन, वादन व नृत्य के बारे में परिचित कराया और आजकल की पीढ़ी को जो आदिकाल से चलता आ रहा संगीत है उससे जुड़ने को प्रेरित किया।

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