हल्के में बिलकुल भी न लें ये 3 बीमारियां, इनमें सबसे ज्यादा होता है किडनी फेल होने का खतरा
किडनी फेल करने वाली बीमारियां: किडनी, हमारे शरीर के उस जरूरी अंग में से है जो कि फिल्ट्रेशन का काम करती है। अगर ये न हो तो आपका शरीर गंदगी और वेस्ट प्रोडक्ट का घर बन सकता है और धीमे-धीमे आपके सारे अंग प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में सोचें कि आपको वो बीमारी हो, जिसमें किडनी फेल होने का खतरा ज्यादा हो तो आप क्या करेंगे। जी हां, बहुत सी ऐसी बीमारियां (kidney failure disease) जिन्हें हम शुरुआत में हल्के में लेते हैं लेकिन, आगे चलकर ये आपकी किडनी फेल कर सकते हैं। क्यों और कैसे, जानते हैं।
किन—किन बीमारियों से किडनी फेल होने का खतरा बना रहता है-Which diseases can cause kidney failure in hindi
1. डायबिटीज-Diabetes
आपको डायबिटीज टाइप-1 हो या टाइप-2, ये दोनों ही आपकी किडनी को प्रभावित कर सकती है। दरअसल, इसकी वजह से आपकी किडनी फेल (Diabetes and kidney failure)हो सकती है। होता ये है कि जब आपका शुगर हाई होता है तो, समय के साथ ये खून में मिलते हुए किडनी के भीतर लाखों छोटी फिल्टरिंग इकाइयों को नुकसान पहुंचाता है। धीमे-धीमे ये सेल्स के डैमेज का कारण बनती हैं और आपकी किडनी फेल हो सकती है। इसलिए, शुगर कंट्रोल में रखें।
2. हाई बीपी की बीमारी में- High BP
हाई बीपी, आपके ब्लड वेसेल्स को संकुचित और संकीर्ण कर सकता है, जो किडनी सहित पूरे शरीर में उन्हें नुकसान पहुंचाता है और कमजोर करता है। ये आपके ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है। ऐसे में आपके किडनी के ब्लड वेसेल्स भी डैमेज हो सकती हैं, जिससे आपकी किडनी फेल हो सकती है। इसलिए, हाई बीपी पर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
3. हेपेटाइटिस-Hepatitis and kidney failure
हेपेटाइटिस सी ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis) नामक किडनी की बीमारी का एक प्रकार पैदा कर सकता है। होता ये है कि हमारी किडनी में हजारों छोटे फिल्टर बने होते हैं जिन्हें ग्लोमेरुली कहा जाता है। ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस किडनी फिल्टर (ग्लोमेरुली) की सूजन है, जो किडनी फेल होने का कारण बन सकती है। इसलिए अगर आपको हेपेटाइटिस की बीमारी हो तो, किडनी की जांच जरूर करवाएं।
4. यूटीआई-UTI
यूटीआई इंफेक्शन को अगर आप हल्के में ले रहे हैं तो, ये गलती हो सकती है। दरअसल, अगर आपको बार-बार यूटीआई की दिक्कत (uti and kidney failure)होती है तो ये इंफेक्शन आपकी किडनी तक पहुंच सकती है और इसके सेल्स को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में इस समस्या नजरअंदाज न करें और अपने डॉक्टर को दिखाएं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले)
NEWS SOURCE : indiatv