ईएसआईसी के डॉक्टरों ने जटिल ऑपरेशन कर व्यक्ति के कटे हाथ को दोबारा जोड़ा, दिया नया जीवन
फरीदाबाद : डॉक्टर धरती के भगवान होते है। इस बात को एक बार फिर सार्थक कर दिखाया है ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टरों ने। डॉक्टरों ने एक व्यक्ति के कटे हाथ को दोबारा जोड़ कर उसे फिर से काम करने योग्य बनाया है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टरों ने एक व्यक्ति के कटे हाथ को जोड़ने में सफलता हासिल की है। करीब 10 घंटे चले जटिल ऑपरेशन के बाद मरीज के हाथ को दोबारा जोड़ दिया गया। वह अब पूरी तरह स्वस्थ है। उसका हाथ एक बार फिर से काम करने लगा है। परिवारजनों ने डॉक्टरों की टीम का आभार व्यक्त किया। जिले के किसी भी अस्पताल में यह अपनी तरह का पहला ऑपरेशन है।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में आयोजित पत्रकार वार्ता में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल पांडे ने बताया कि एसजीएम नगर स्थित संजय कॉलोनी निवासी 41 वर्षीय अभय भूषण सिंह पलवल स्थित एक कंपनी में काम करते हैं। पिछले सप्ताह काम के दौरान मशीन की चपेट में आने से उनका सीधा हाथ आधा कट गया था। आनन-फानन में कंपनी कर्मचारी उन्हें ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लेकर पहुंचे। एक कर्मचारी पॉलीथिन में कटा हाथ भी लेकर पहुंच गया। आधा हाथ कट जाने से उनका परिवार बेहद दुखी था। परिजनों की सहमति पर तुरंत प्लास्टिक सर्जन डॉ. भूपेंद्र सिंह, प्रोफेसर डॉ. आरपी नागर, सीसीयू के प्रमुख डॉ. वीके वर्मा, एनिस्थीसिया विभाग से प्रोफेसर अनूप गोगई और प्लास्टिक सर्जन डॉ. आरके नारायण शामिल रहे। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत ऑपरेशन शुरू किया गया।
करीब 10 घंटे चले ऑपरेशन के बाद व्यक्ति के कटे हाथ को दोबारा जोड़ दिया गया। डॉक्टरों की टीम ने बताया कि कटे हाथ को दोबारा छोड़कर उसे पहले की तरह चलाना उनके लिए एक बड़ा चैलेंज था। जिसे उन्होंने स्वीकार किया। इसमें न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की भी मदद ली गई। ऑपरेशन के बाद मरीज का हाथ अब फिर से काम करने लगा है। पत्नी सविता ने कहा कि वह तो उम्मीद ही छोड़ चुकी थी कि हाथ दोबारा जुड़ पाएगा। लेकिन डॉक्टरों के प्रयास से यह संभव हुआ। उन्होंने डॉक्टरों की टीम का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सहायक निदेशक वीरेंद्र दहिया सहित अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।