जानें कैसा रहा है पिछला प्रदर्शन, कर्नाटक के चुनावी मैदान में अकेले ही उतरेगी BSP
बेंगलुरू: कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी ने अकेले ही मैदान में उतरने का फैसला किया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विटर पर एलान किया था कि इन चुनावों के लिए पार्टी के लगभग 60 फीसदी उम्मीदवारों के नाम भी फाइनल हो गए हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन उम्मीदवारों को चुना गया है, जल्द ही उनकी लिस्ट स्थानीय स्तर पर जारी की जाएगी। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल मई में खत्म हो रहा है।
’60 फीसदी उम्मीदवारों के नाम फाइनल’
मायावती ने ट्विटरपर लिखा, ‘कर्नाटक राज्य में विधानसभा के लिए शीघ्र ही होने वाले आम चुनाव में बीएसपी अकेले ही अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी, जिसकी तैयारी के सम्बंध में राज्य के वरिष्ठ व जिम्मेदार लोगों के साथ दिल्ली में आज हुई अहम बैठक में लगभग 60 प्रतिशत उम्मीदवारों के नामों को अन्तिम रूप दे दिया गया। इन चयनित बीएसपी उम्मीदवारों की सूची शीघ्र ही वहां स्थानीय स्तर पर जारी की जाएगी। साथ ही, प्रदेश यूनिट को सख़्त हिदायत दी गई है कि बाकी बची विधानसभा सीटों पर भी ज्यादातर पार्टी के समर्पित व कर्मठ कार्यकर्ताओं को ही आगे बढ़ाएं व चुनाव मैदान में उतारें।’
जानें, कैसा रहा है पार्टी का पिछला प्रदर्शन
2018 के विधानसभा चुनावों में BSP ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। कोल्लेगल (सुरक्षित) सीट से पार्टी के उम्मीदवार एन. महेश ने कांग्रेस के एआर कृष्णमूर्ति को 19454 वोटों के अंतर से हराया था। महेश को 71,792 जबकि कृष्णमूर्ति को 52,338 वोट मिले थे। इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनावों में भी BSP ने सूबे की सभी 28 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन किसी को जीत हासिल नहीं हुई थी। पार्टी को 2019 के चुनावों में 1.18 फीसदी वोट मिले थे। इस तरह देखा जाए तो BSP राज्य में अभी बहुत बड़ी ताकत नहीं है, लेकिन उसके उम्मीदवार जरूर किसी उम्मीदवार का खेल बना और बिगाड़ सकते हैं।