जिला में विभिन्न जगहों पर आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन
फरीदाबाद : उपायुक्त विक्रम सिंह के मार्ग दर्शन में एडीसी अपराजिता के दिशा निर्देशानुसार आज फरीदाबाद जिला में चिन्हित 5 जगहों पर जिला प्रशासन व राष्ट्रिय आपदा प्रतिक्रिया बल (राष्ट्रिय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) द्वारा संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास (मॉक ड्रिल) का आयोजन किया गया। एक दिवसीय मॉक ड्रिल में सेक्टर-12 लघु सचिवालय, राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय, नजदीक बड़खल तहसील, राजा नाहर सिंह महल बल्लभगढ़, बी के सिविल हॉस्पिटल, फरीदाबाद, और नई राजस्व कॉलोनी, सेक्टर 15ए में आयोजित की गई। जिसमें स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स/ एनडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन, सिविल डिफेंस/ होमगार्ड, रेडक्रॉस की क्विक रिस्पांस टीमों ने भाग लिया। एनडीआरएफ की 7वीं बटालियन टीम के सदस्यों द्वारा आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया।
मॉकड्रिल का मूल उद्देश्य आपदा के समय आपदा प्रबंधन कर्मियों की क्षमता व तत्परता की जांच करना होता है साथ के साथ कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को भी आपदा से निपटने के लिए क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इस बात की जानकारी दी गई।
चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने बताया कि चिन्हित 5 जगहों पर प्रतिदिन लाखों लोग आते हैं। इस प्रकार की जगहों में आगजनी घटना होने की संभावना होती है,तो कहीं शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है, कहीं कोई किसी को धक्का भी दे सकता है, तो कही आपसी लड़ाई झगड़ा/ मारपीट भी हो सकती है। ऐसी स्थिति पर काबू पाने के लिए आज पूर्व अभ्यास करवाया गया। ताकि समय रहते सभी विभाग अपनी अपनी तैयारियों का जायजा ले सकें। अपनी कमियों को दूर कर सकें। इसी के तहत अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने आग लगाकर उसको बचाया। सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने सर्च एंड रेस्क्यू का काम किया। एसडीआरएफ के जवानों ने जरूरत पड़ने पर काम में आने वाले यंत्रों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और उनका प्रयोग करके बताया। रेड क्रॉस के प्रवक्ताओं तथा स्वयंसेवकों ने प्राथमिक उपचार देकर फर्स्ट एड पोस्ट तक पहुंचाया। सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ट्राएज पर काम करके मास कैजुअल्टी को हैंडल किया। इस मॉक ड्रिल में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। पूर्वाभ्यास में 10 घायलों को निकाला गया तथा प्राथमिक सहायता देकर एंबुलेंस में लोड किया गया और अस्पताल पहुंचा दिया गया।
सभी टीमों का को आर्डिनेशन ठीक रहा। उक्त कार्य के आधार पर कहा जा सकता है कि भविष्य में घटित होने वाली अप्रिय घटना पर आसानी से काबू पा लिया जाएगा।
एक दिवसीय मॉक ड्रिल में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, और एसीपी सेंट्रल फरीदाबाद की देखरेख में लघु सचिवालय, सेक्टर 12 और इसी तरह एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, तहसीलदार और एसीपी सेंट्रल फरीदाबाद की देखरेख में राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय, नजदीक बड़खल तहसील, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, तहसीलदार बल्लभगढ़ भूमिका लम्बा और एसीपी बल्लभगढ़ मुनीश सहगल की देखरेख में राजा नाहर सिंह महल बल्लभगढ़, जॉइंट कमिश्नर ओल्ड फरीदाबाद गौरव अंतिल, और एसीपी महेंद्र कुमार के देखरेख में बी के सिविल हॉस्पिटल, फरीदाबाद, और ईओ एचएसवीपी अमित गुलिआ, और एसीपी ओल्ड फरीदबाद मोहिंद्र सिंह की देखरेख में नई राजस्व कॉलोनी, सेक्टर 15ए में आयोजित की गयी। एनडीआरएफ की टीमों द्वारा अलग-अलग घटनाओं की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गयी और वहां से टीमों के पहुंचने व आपदा से निपटने के रिसपांस को देखा गया।