पुतिन ने अमेरिका के साथ परमाणु हथियार संधि की निलंबित, बाइडेन बोले – ये रूस की ‘बड़ी भूल’

यूक्रेन युद्ध की पहली वर्षगांठ से ठीक  दो दिन पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा  फैसला सुनाते हुए अमेरिका के साथ  परमाणु हथियारों की नियंत्रण संधि तोड़ दी है। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए  अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका एवं रूस के बीच परमाणु हथियारों की नियंत्रण संधि के आखिरी हिस्से से  भागीदारी निलंबित करके ‘बड़ी गलती’ की है। अमेरिकी राष्ट्रपति उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्वी हिस्से के सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए पोलैंड पहुंचे थे। उन्होंने इन सहयोगी देशों को आश्वस्त किया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बावजूद अमेरिका उन सभी देशों के पक्ष में खड़ा रहेगा।

 

संधि से पीछे हटने की पुतिन की घोषणा के बाद अपनी पहली टिप्पणियों में बाइडेन ने रूस के इस फैसले की निंदा की। संधि को नयी शुरुआत की संज्ञा दी गई थी। परमाणु मुखास्त्र और मिसाइल निरीक्षण के रूसी सहयोग को निलंबित करने का निर्णय पिछले साल के अंत में मॉस्को द्वारा रद्द की गई वार्ता का अनुसरण करता है। बाइडन की यह टिप्पणी उस वक्त आई जब वह पोलैंड और यूक्रेन की अपनी चार-दिवसीय यात्रा को समेटने के क्रम में ‘बुखारेस्ट नाइन’ के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। नाटो गठबंधन के सबसे पूर्वी हिस्से के नौ देशों को ‘बुखारेस्ट नाइन’ कहा जाता है। ये देश 2014 में उस वक्त एक साथ आए थे, जब पुतिन ने यूक्रेन से क्रीमिया को अलग करके उस पर कब्जा कर लिया था। जैसे-जैसे यूक्रेन में युद्ध खिंचता जा रहा है, ‘बुखारेस्ट नाइन’ देशों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

 

कई लोगों को चिंता है कि यूक्रेन में सफल होने के बाद पुतिन उन देशों के खिलाफ भी सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं। इन नौ देशों में चेक गणरज्य, एस्टोनिया, हंगरी, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं। इससे पहले बाइडन ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का एक साल पूरा होने के अवसर पर मंगलवार को वारसॉ रॉयल कैसल में अपने संबोधन में कहा, “जब रूस ने आक्रमण किया, तो यह केवल यूक्रेन के लिए परीक्षा नहीं थी। सारी दुनिया ने युगों-युगों तक किसी न किसी परीक्षा का सामना किया है। यूरोप की परीक्षा हुई। अमेरिका  और नाटो की परीक्षा हुई। सभी लोकतांत्रिक देशों की परीक्षा हुई।” नाटो सदस्यों की इन चिंताओं का समाधान करते हुए कि अगली बारी उनकी हो सकती है बाइडने ने मंगलवार को आपसी रक्षा संधि और यूक्रेन की रक्षा के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता का संकल्प लिया।

 

NEWS SOURCE : punjabkesari

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