पाकिस्तान में सिंधियों ने हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण व चीन के खिलाफ निकाली रोष रैली
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सन शहर में सिंधियों ने हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन, जबरन गायब होने और सिंधी राजनीतिक कार्यकर्ताओं के नरसंहार के विरोध में रोष रैली निकाली। जे सिंध फ्रीडम मूवमेंट (JSFM) द्वारा आयोजित इस रैली में प्रदर्शनकारियों ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (CPEC) की निंदा करते हुए चीन के खिलाफ नारेबाजी भी की। सिंध फ्रीडम मूवमेंट के कार्यकर्ता आधुनिक सिंधी राष्ट्रवाद के संस्थापक सेन जी एम सैयद की 28वीं पुण्यतिथि के मौके पर सन कस्बे में एकत्रित हुए थे।
JSFM के अध्यक्ष सोहेल अब्रो ने सिंध में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाई और पाकिस्तान में हिंदू किशोर लड़कियों के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपी चरमपंथी मौलवी मियां मिठू पर निशाना साधा। सुहैल अब्रो ने कहा “मियां मिठू बुराई का प्रतीक है और अपराधियों को इस्लाम के नाम पर छोटी और कम उम्र की सिंधी लड़कियों का अपहरण करने के लिए उन्हें जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए एक आसान रास्ता प्रदान करता है और उसके बाद वह उन अपराधियों को उन मासूम सिंधी लड़कियों के साथ बलात्कार/सामूहिक बलात्कार करने की अनुमति देता है”।
प्रदर्शनकारी “सिंधी लड़कियों का जबरन धर्मांतरण बंद करो”, “सिंधियों और बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं का गायब होना और नरसंहार बंद करो”, “नो चाइना गो चाइना”, “सिंधियों ने CPEC कॉरिडोर परियोजना को खारिज किया”, “एलियंस” जैसे नारों वाले बैनर और तख्तियां लिए हुए थे। तख्तियों पर “सिंधी और बलूच राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं को आज़ाद करो और सिंधी हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन को रोको” के नारे भी लिखे गए थे। रैली के लिए एकत्रित हुए JSFM कारवां के युवा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा स्थापित बाधाओं को तोड़ दिया और सिंध भर से कूच कर सन्न शहर जमशोरो पहुंचे, जहां युवा पुरुषों और महिलाओं ने अपने मासूम बच्चों के साथ अपने प्रिय नेता के मंदिर का दौरा किया और उनके ऊपर पुष्पांजलि अर्पित की।